Friday, 15 July 2016

संकष्टी श्रीगणेश चतुर्थी व्रत

          गणेश जी का जन्म भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को हुआ था।इसीलिए यह व्रत प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की चन्द्रोदय-व्यापिनी चतुर्थी तिथि को किया जाता है।यदि दो दिन चन्द्रोदय व्यापिनी चतुर्थी हो तो प्रथम दिन करना चाहिए।यह व्रत वर्तमान एवं भावी संकट के निवारण के लिए किया जाता है।इसीलिए इसको संकष्टी श्रीगणेश चतुर्थी व्रत कहा जाता है।

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