Thursday, 23 June 2016

सोमवार व्रत

           सोमवार व्रत का आरम्भ चैत्र ; वैशाख ; श्रावण ; कार्तिक एवं मार्गशीर्ष मास मे किया जाता है।श्रावण मासीय सोमवार व्रत की विशिष्ट महत्ता मानी गयी है।चन्द्रदेव की अनुकूलता एवं शिव जी की अनुकम्पा प्राप्त करने के लिए सोमवार व्रत बहुत शुभ होता है।
विधि --
           प्रातः स्नानादि करके व्रत का संकल्प ले।फिर किसी शिवालय मे जाकर शिव जी का ध्यान करे।तत्पश्चात् " ऊँ नमः शिवाय " से शिव जी का और " ऊँ नमः शिवायै " से पार्वती जी का विधिवत् पूजन करे।दिन मे एक बार फलाहार ग्रहण करे।इस प्रकार चौदह वर्षों तक व्रत करके उद्यापन करे।आजकल सोलह सोमवार व्रत का विशेष प्रचार है।
माहात्म्य --
             सोमवार व्रत बहुत पुण्यदायक होते है।इससे पुरुषों को धन ; स्त्री ; पुत्र आदि का अखण्ड सुख प्राप्त होता है।यदि स्त्री करे तो उसे अखण्ड सौभाग्य एवं पुत्र-पौत्र की प्राप्ति होती है।

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