जन्मकुण्डली अथवा गोचर मे बुध ग्रहजन्य समस्त दोषों की शान्ति के लिए बुधवार व्रत सर्वोत्तम उपाय है।
विधि --
व्रती प्रातः स्नानादि करके व्रत का संकल्प ले।फिर कांस्यपात्र मे बुध की सुवर्णमयी प्रतिमा स्थापित कर उसका विधिवत् पूजन करे।दही भात और गुड़ का नैवेद्य अर्पित करे।कुछ विद्वानो के मतानुसार इस व्रत मे हरी वस्तुओं का प्रसाद चढ़ाना और उसी का सेवन करना विशेष शुभ होता है।इसमे दिन मे एक बार प्रसाद रूप आहार ग्रहण करना चाहिए।
माहात्म्य --
बुधवार व्रत से बुधजन्य सभी दोष समाप्त हो जाते हैं।बुध ग्रह की अनुकूलता से बुद्धि विवेक का विकास होता है।व्रतान्त मे शिवपूजन करना विशेष हितकर होता है।
Thursday, 23 June 2016
बुधवार व्रत -- डाॅ कृष्ण पाल त्रिपाठी
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नकारात्मक ऊर्जा का असर तब होता है जब पति-पत्नी बिना मुद्दे के बात-बात पर झगड़ने लगते हैं। मियां-बीवी के बीच का स्नेह कम होने लगता है। पति-पत्नी को सिर्फ एक-दूसरे में कमी दिखने लगती है। वास्तु दोष के ही कारण पति-पत्नी बाहर जाकर अवैध संबंधों को जन्म देने लगते हैं। आपको बताते हैं किन वास्तुदोषों के कारण जन्म लेते हैं अवैध संबंध.... https://goo.gl/zfqvDs
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