Thursday, 7 January 2016

मकर संक्रान्ति -- 2016

           सूर्यदेव जब धनु राशि को छोड़कर मकर राशि मे संक्रमण ( प्रवेश ) करते हैं ; तब मकर संक्रान्ति होती है।यह क्रिया प्रतिवर्ष 14 या 15 जनवरी को होती है।
           इस वर्ष मकर राशि मे सूर्य का प्रवेश 15 जनवरी 2016 को प्रातः 06 बजकर 45 मिनट पर हो रहा है।इसलिए मकर संक्रान्ति का पर्व 15 जनवरी को मनाया जायेगा।इस दिन संक्रान्तिजन्य पुण्यकाल पूरा दिन रहेगा।किन्तु मध्याह्न 01 बजकर 11 मिनट तक विशेष पुण्यकाल रहेगा।अतः सामान्य रूप से दिन भर अथवा मध्याह्न काल तक स्नान दान आदि का विशेष महत्व है।इसी दिन से सूर्य उत्तरायण हो जायेंगे।खर मास समाप्त हो जायेगा तथा विवाहादि मांगलिक कृत्य आरम्भ हो जायेंगे।
           मकर संक्रान्ति का पर्व पूरे देश मे अपनी - अपनी परम्पराओं एवं मान्यताओं के अनुसार मनाया जाता है।कुछ स्थानों पर इसे खिचड़ी का पर्व कहा जाता है।इस दिन खिचड़ी का दान करने और खिचड़ी खाने का विशेष महत्व है।कुछ लोग इस दिन से एक महीने तक खिचड़ी खाते हैं।इस सन्दर्भ मे यह कहावत प्रसिद्ध है --
         माघ मास घिउ खीचर खाय।
         औरो तड़के  रोज  नहाय ।।
       
           मकर संक्रान्ति के दिन तीर्थराज प्रयाग मे गंगा ; यमुना और अदृश्य सरस्वती के पावन संगम मे स्नान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।इसी दिन से यहाँ माघ मेला आरम्भ होता है ; जो एक महीने तक चलता है।यदि संगम-स्नान की सुविधा न हो तो गंगा आदि किसी भी पवित्र नदी मे स्नान करना चाहिए।
           मकर संक्रान्ति का पर्व बहुत पवित्र एवं पुण्यदायक है।इस दिन स्नान दान आदि करने से मनुष्य समस्त पापों से मुक्त हो जाता है।वह सुखमय जीवन व्यतीत करते हुए अन्त मे स्वर्ग को प्राप्त करता है।

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