Friday, 1 April 2016

मनु --- डाॅ कृष्ण पाल त्रिपाठी

            "मनु " मानव जाति के आदि पिता थे।हम सब इन्हीं की सन्तान हैं।इसीलिए मनुष्य ; मनुज ; मानव ; मैन आदि कहलाते हैं।मनु का उल्लेख ऋग्वेद से लेकर बाद वाले प्रायः सभी सद्ग्रन्थों मे हुआ है।परन्तु विस्तृत वर्णन पुराणों मे मिलता है।पौराणिक मान्यता के अनुसार ब्रह्मा जी का एक दिन ( कल्प )  व्यतीत होने पर प्रलय हो जाती है ; जिससे सम्पूर्ण सृष्टि नष्ट हो जाती है।यह प्रलय काल ही ब्रह्मा जी की रात्रि है।रात्रि व्यतीत होने पर नये कल्प एवं नवीन सृष्टि का आरम्भ होता है।उस क्रम मे मानस पुत्रों के बाद " मनु " का आविर्भाव होता है और उन्हीं से मानवी-सृष्टि आरम्भ होती है।
          ब्रह्मा जी के एक दिन ( कल्प ) मे लम्बे अन्तरालों पर क्रमशः चौदह मनुओं का आविर्भाव होता है।प्रत्येक मनु एक निर्धारित समय तक शासन करते हैं और उनके बाद नवीन मनु का आविर्भाव होता है।वर्तमान कल्प मे अब तक छः मनु हो चुके हैं।सातवें मनु का समय चल रहा है।भविष्य मे भी सात मनु होंगे।इन चौदहों मनुओं का परिचय इस प्रकार है --
1-- स्वायम्भुव मनु --- ये इस कल्प के प्रथम पुरुष थे।आत्मसम्भूत अर्थात् अपने से उत्पन्न होने के कारण इन्हें स्वायंभुव कहा जाता है।इनकी पत्नी का नाम शतरूपा और पुत्रों का नाम प्रियव्रत एवं उत्तानपाद था।
2-- स्वारोचिष मनु --- स्वायम्भुव मनु के बाद स्वारोचिष मनु का आविर्भाव हुआ।ये अग्निदेव के पुत्र थे।इनके दो पुत्र हुए जिनका नाम चैत्र एवं किम्पुरुष था।
3-- उत्तम मनु --- तृतीय मनु का नाम उत्तम था।ये प्रियव्रत के पुत्र थे।इनके अज  ; परशु ; दिप्त आदि पुत्र हुए।
4-- तामस मनु -- चतुर्थ मनु का नाम तामस था।ये उत्तम के सगे भाई थे।नर ; ख्याति ; केतुरूप आदि इनके पुत्र हुए थे।
5-- रैवत मनु --- पञ्चम मनु का नाम रैवत था।इनके पुत्रों मे बलबन्धु ; सम्भाव्य ; सत्यक आदि का नाम उल्लेखनीय है।
6-- चाक्षुष मनु -- षष्ठ मनु का नाम चाक्षुष था।उरु ; पुरु ; शतद्युम्न आदि इनके पुत्र थे।
7-- वैवस्वत मनु -- सप्तम एवं वर्तमान मनु का नाम वैवस्वत है।ये सूर्यदेव के पुत्र हैं।इनकी माता का नाम संज्ञा है।इनके नौ पुत्रों मे इक्ष्वाकु ; नृग ; धृष्ट ; शर्याति ; नरिष्यन्त ; नाभाग ; अरिष्ट ; करूप ; पृषघ्न आदि के नाम उल्लेखनीय हैं।
8-- सावर्णि मनु -- भविष्य मे होने वाले आठवें मनु का नाम सावर्णि होगा।विरजा ; उर्वरीवान् ; निर्मोक आदि इनके पुत्र होंगे।
9-- दक्षसावर्णि मनु -- भगवान् वरुण के पुत्र दक्षसावर्णि नवम मनु होंगे।धृतकेतु ; दीप्तिकेतु ; पञ्चहस्त ; निरामय ; पृथुश्रवा आदि इनके पुत्र होंगे।
10-- ब्रह्मसावर्णि मनु -- उपश्लोक के पुत्र ब्रह्मसावर्णि दशम मनु होंगे।सुक्षेत्र ; उत्तमौजा ; भूरिषेण आदि इनके दस पुत्र होंगे।
11-- धर्मसावर्णि मनु -- ग्यारहवें मनु धर्मसावर्णि होंगे।सर्वत्रग ; सुधर्मा ; देवानीक आदि इनके पुत्र होंगे।
12--- रुद्रपुत्रसावर्णि -- बारहवें मनु रुद्रपुत्रसावर्णि होंगे।देववान् ; उपदेव ; देवश्रेष्ठ आदि इनके पुत्र होंगे।
13 -- रुचि मनु -- त्रयोदश मनु का नाम रुचि होगा।चित्रसेन ; विचित्र आदि इनके पुत्र होंगे।
14 --- भौम मनु -- चौदहवें मनु का नाम भौम होगा।उरु ; गम्भीरबुद्धि आदि इनके पुत्र होंगे।

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