आगामी 08 अप्रैल 2016 तदनुसार चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को नवीन सम्वत्सर 2073 का आरम्भ होगा।अतः 2073 मे 9 जोड़कर 60 से भाग देने पर शेष 42 आया।यह गत संवत् संख्या हुई।तैंतालीसवें संवत् का नाम सौम्य है।इसलिए 2073 का नाम "सौम्य " संवत्सर होगा।इससे फसलों का उत्पादन एवं जन-स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।उपद्रवों का अभाव होने से शान्ति बनी रहेगी।
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को शुक्रवार होने के कारण इस सम्वत्सर का राजा शुक्र होगा।इससे फसलें एवं वर्षा अच्छी होगी।वृक्षों मे अधिकाधिक फल लगेंगे।शासक वर्ग सौख्य युक्त रहेगा।
इस वर्ष मेष की संक्रान्ति बुधवार को होने से मन्त्री बुध होगा।इससे विविध स्रोतों से धनागम होगा।वर्षा पर्याप्त होने से फसलें अच्छी होंगी।बुध ज्योतिष ; गणित ; वैद्यक ; शिल्प ; वाणिज्य ; व्यापार ; उद्योग ; अन्तरिक्ष विज्ञान आदि का करक है।इसलिए इन क्षेत्रों मे उत्तम प्रगति होगी।
इस वर्ष राजा शुक्र ; मन्त्री बुध ; सस्येश शनि ; दुर्गेश बुध ; धनेश शनि ; रसेश चन्द्र ; धान्येश गुरु ; नीरसेश शनि ; फलेश मंगल और मेघेश बुध है।इस प्रकार उपर्युक्त दस विभागों मे से छः विभागों के स्वामी शुभग्रह हैं।यह सुयोग देश और देशवासियों के लिए बहुत शुभ है।
इस सम्वत्सर का प्रवेश कन्या लग्न मे हुआ है।लग्न का स्वामी अष्टमस्थ होने से देश को गुप्त शत्रुओं से हानि का योग बनता है।परन्तु दूसरी ओर भारतीय सैनिकों द्वारा उन्हें विफल कर देने का भी योग विद्यमान है।केन्द्रस्थ लाभेश के कारण देश को व्यापार आदि मे लाभ होगा।इससे देश को आर्थिक स्थिति सुदृढ़ बनेगी।
इस प्रकार समस्त योगों पर दृष्टिपात करने से निष्कर्ष निकलता है कि यह सम्वत्सर बहुत शुभद एवं मंगलमय रहेगा।
Sunday, 3 April 2016
सम्वत्सर फल -- डाॅ कृष्ण पाल त्रिपाठी
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