Sunday, 2 October 2016

या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता -- डाॅ कृष्ण पाल त्रिपाठी

          संसार के सभी सम्बन्धियों मे माता का स्थान सर्वोपरि है।विश्व का कोई भी सम्बन्धी उसकी बराबरी नहीं कर सकता है।इसीलिए माता को सर्वपूज्य माना गया है।अपनी सन्तानों के प्रति असीम ममता प्रदर्शित करने के लिए ही जगदम्बा दुर्गा जी समस्त प्राणियों मे मातृरूप मे स्थित हैं।इसलिए उन परमेश्वरी परमाराध्या जगदम्बा को बारंबार नमस्कार है -----
   या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता।
   नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

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