रियो ओलंपिक खेल अपने चरम की ओर अग्रसर है।अमेरिका पदक पर पदक लेता हुआ निरन्तर आगे बढ़ रहा है।ऐसी स्थिति मे भारत पदक के लिए टकटकी लगाये बैठा था।तभी भारत माता की बहादुर बेटी साक्षी मलिक ने पदक-प्राप्ति का द्वार खोल दिया।उन्होंने फ्री स्टाइल कुश्ती मे कांस्य पदक जीतकर देश को गौरवान्वित किया।
साक्षी के बाद भारत माता की दूसरी बेटी पी वी सिन्धु ने भी पदक-प्राप्ति की ओर जोरदार कदम बढ़ाया।उन्होंने दिनांक 18-08-2016 को रक्षा-बन्धन के पावन पर्व पर एक नवीन इतिहास की रचना कर दी।उन्होंने बैडमिंटन मे जापान की नोजोमी ओकुहारा को पराजित कर भारत माता के माथे पर जीत का सेहरा बाँध दिया।उन्हें ओलंपिक खेलों मे फाइनल मे पहुँचने वाली प्रथम महिला खिलाड़ी होने का गौरव प्राप्त हुआ।सेमीफाइनल मे पहुँचने वाली वे दूसरी महिला खिलाड़ी हैं।
पी वी सिन्धु की इस विजय के कारण सिल्वर मेडल मिलना तो निश्चित ही है।गोल्ड मेडल मिलने की पूर्ण आशा है।ईश्वर की कृपा से उनका यह सपना आज पूरा हो जाय ; यही सम्पूर्ण देशवासियों की कामना है।
सिन्धु ! धैर्य एवं साहस के साथ सामना करो।ईश्वर सफलता अवश्य देंगे।हम सब की शुभकामनायें आपके साथ हैं।आप के ऊपर पूरे देश को गर्व है।आपने जो कर दिखाया ; उसके लिए ढेर सारी शुभकामनायें।
शाबाश बेटी ; आगे बढ़ती रहो।गोल्ड मेडल तुम्हारी प्रतीक्षा कर रहा है।हम लोग तुम्हारी सफलता के लिए ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं।
Friday, 19 August 2016
जिओ सिन्धु बधाई है -- डाॅ कृष्ण पाल त्रिपाठी
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