भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को शिवा चतुर्थी कहा जाता है।
कथा --
----- इस व्रत का वर्णन सुमन्तु मुनि ने राजा शतानीक से किया था।
विधि --
------ व्रती महिला को चाहिए कि स्नानादि करके गणेश सहित ब्राह्मणो का पूजन करे और उन्हें के मालपूए खिलाये।इसके बाद अपने सास-ससुर को भी मीठे और नमकीन पूए खिलाये।
माहात्म्य --
----------- इस व्रत के प्रभाव से महिलाओं को अखण्ड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।सुयोग्य वर चाहने वाली कन्यायें इस दिन व्रत पूर्वक गणेश-पूजन करें।
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