शीतला सप्तमी व्रत श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की मध्याह्न-व्यापिनी सप्तमी को किया जाता है।
कथा ---
------ प्राचीन काल मे हस्तिनापुर मे इन्द्रद्युम्न नामक राजा राज्य करते थे।उनकी पुत्री गुणोत्तमा का विवाह एक राजकुमार के साथ हुआ।जब वह पति के साथ ससुराल जा रही थी ; तब मार्ग मे उसका पति अदृश्य हो गया।बाद मे शीतलादेवी के पूजन से उसे पुनः पति की प्राप्ति हुई।
विधि ---
------ व्रती प्रातः स्नानादि से निवृत्त होकर शीतला देवी का विधिवत् पूजन करे।नैवेद्य मे एक दिन पूर्व बनाये गये शीतल पदार्थों को समर्पित करना चाहिए।
माहात्म्य ---
----------- इस व्रत को करने से शीतला माता की कृपा प्राप्त होती है।
Sunday, 13 March 2016
शीतला सप्तमी व्रत
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