तह व्रत पुरुषोत्तम मास ( मलमास ) के प्रथम पक्ष की एकादशी को किया जाता है।
कथा --
----- अवन्तीपुरी मे शिवशर्मा नामक ब्राह्मण के पाँच पुत्र थे।सबसे छोटा पुत्र जयशर्मा बहुत पापाचारी था।इसलिए घर वालों ने उसे निर्वासित कर दिया।वह भटकता हुआ प्रयाग आ गया।वहाँ त्रिवेणी-स्नान करके हरिमित्र मुनि के आश्रम मे पहुँच गया।वहाँ एकादशी व्रत का माहात्म्य सुना और वहीं व्रत किया।अर्धरात्रि के समय लक्ष्मी जी उसके समक्ष प्रकट हुईं और उसका उद्धार कर दिया।
विधि ---
------ व्रती स्नानादि करके भगवान नारायण का पूजन करे।उपवास एवं रात्रि-जागरण के बाद दूसरे दिन विष्णु-पूजन एवं ब्राह्मण-भोजन के पश्चात् स्वयं भोजन करे।
माहात्म्य ----
----------- इस व्रत के प्रभाव से मनुष्य पूर्णतः निष्पाप होकर लक्ष्मी जी की अनुकूलता प्राप्त करता है।
Monday, 28 March 2016
पुरुषोत्तमी कमला एकादशी व्रत
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