Monday, 21 March 2016

पाली व्रत

           यह व्रत भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्दशी को महिलाओं द्वारा किया जाता है।
कथा --
------     एक बार महाराज युधिष्ठिर ने भगवान् श्रीकृष्ण से पूछा कि स्त्रियाँ जलपूर्ण तालाबों एवं सरोवरों मे किस निमित्त स्नान-दानादि करती हैं ? उस समय श्रीकृष्ण ने इसी व्रत का उल्लेख किया था।वस्तुतः कूप ; तडाग ; सरोवर आदि की रक्षा हेतु जो घेरा बनाया जाता है ; उसे पाली कहा जाता है।स्त्रियाँ उसी पाली पर ही बैठकर इस व्रत को संपन्न करती हैं।
विधि --
------     व्रती किसी जलाशय-तट पर स्नान करके एक मण्डल मे वरुणदेव ; वारुणी और जलाशय की पूजा करके अर्घ्य प्रदान करे।नैवेद्य मे फल एवं बिना अग्नि मे पका भोजन समर्पित करना चाहिए।व्रती भी उन्हीं का आहार ग्रहण करे।
माहात्म्य ---
-----------     इस व्रत के प्रभाव से व्रती निष्पाप होकर आयु ; यश और सौभाग्य प्राप्त करता है।

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