Friday, 25 March 2016

उल्का नवमी व्रत

          यह व्रत आश्विन शुक्ला नवमी को किया जाता है।
कथा --
-------    इस व्रत का वर्णन भगवान श्री कृष्ण ने महाराज युधिष्ठिर से किया था।
विधि ---
------      व्रती स्नानादि करके पितृदेवी की पूजा करे।फिर गन्धाक्षत आदि से भैरव-प्रिया चामुण्डा देवी का पूजन कर प्रार्थना करे।उसके बाद विषम संख्या मे कुमारियों को भोजन ; नीला कञ्चुक ; आभूषण ; दक्षिणा आदि से सन्तुष्ट करे।स्वयं भी दिन रहते भोजन करे।
माहात्म्य --
-----------    इसके प्रभाव से मनुष्य को शत्रु ; चोर ; अग्नि ; भूत ; प्रेत आदि का भय नहीं होता है।

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