भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को कुशोत्पाटिनी अमावस्या कहा जाता है।इस दिन पूर्वाह्न काल मे कुशों के समीप पूर्व या उत्तर की ओर मुह करके बैठ जाय।फिर " ऊँ हुं फट् " कहकर दाहिने हाथ से कुशों को उखाड़ ले।इस दिन लाये गये कुशों का वर्ष भर बार बार प्रयोग किया जाता है।यहाँ ध्यान रहे कि वही कुशों को लेना चाहिए ; जिनका अग्रभाग कटा न हो।
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