Thursday, 31 March 2016

नीबी शाना तालाब मे दीवार मिली -- डाॅ कृष्ण पाल त्रिपाठी

           मुझे दो दिन पूर्व सूचना मिली कि मेरे ग्राम से तीन किमी दूरी पर स्थित ग्राम - नीबी-शाना ( तहसील - चायल ; जनपद - कौशाम्बी ) के एक तालाब मे पक्की दीवार मिली है।मैने उसका निरीक्षण किया तो अनेक महत्वपूर्ण प्राप्त हुए।इस तालाब की खोदाई कुछ दिनो पूर्व हो चुकी थी।अभी पाँच दिन पहले ग्राम प्रधानके पति श्री रामविशाल पासवान ने जिज्ञासावश खोदाई कराई।तालाब मेपूर्व-दक्षिण कोन के पास लगभग छः इंच नीचे एक दीवार के चिह्न मिलने लगे।लोगों ने सम्हालकर पूर्व से पश्चिम की ओर लगभग पचीस - तीस फीट तक खोदाई की।लगातार दीवार मिलती गयी।उसके आगे भी मिलने के संकेत हैं।इस दीवार के पूर्वी और पश्चिमी छोर के पास धन के आकार की दीवार बनी है।इससे यही प्रतीत होता है कि दीवार के उत्तर और दक्षिण दोनो ओर दो विशाल भवन बने रहे होंगे।
             इस स्थान से लगभग पचास फीट दूरी पर तालाब के दक्षिण-पश्चिम कोन के पास भी खोदाई की गयी तो वहाँ भी दक्षिण से उत्तर की ओर बनी हुई पक्की दीवार मिली है।इस स्थान पर खोदाई कुछ कुछ स्थान पर की गयी है। दूर तक सीधी दीवार बनी है।एक स्थान पर बिल्कुल सुरक्षित दीवार मौजूद है।इस दीवार की लगभग पचास फीट तक खोदाई की गयी है।इसके आगे भी दीवार होने के संकेत उपलब्ध हैं।
           ये दीवारें पक्की ईंटों की बनी हैं।ईटें पुरानी एवं चपटे ( भू पथी ) आकार की हैं।आज के सैकड़ों वर्ष पूर्व इसी प्रकार की ईंटें बनती थीं।मैने लगभग इसी आकार की ईंटें कौशाम्बी के खण्डहरों मे भी देखा है।यहाँ ध्यान देने योग्य है कि ये दीवारें पृथ्वी-तल से लगभग आठ-दस फीट नीचे मिली हैं।
           ये दीवारें किसी प्राचीन स्नानागार अथवा विशाल भवन की हो सकती हैं।तालाब के पूर्वी-दक्षिणी तट के समीप बनी दीवार से प्रतीत होता है कि इस स्थान पर न्यूनतम दो विशाल रहे होंगे।
         ग्राम प्रधान ने एस डी एम महोदय को सूचना दी।एस डी एम महोदय ने तुरन्त खोदाई रुकवा दी और उच्चाधिकारियों सहित पुरातत्त्व विभाग को भी सूचना दे दी है।अब इस दीवार के इतिहास की वास्तविक जानकारी तो पुरातत्त्व विभाग ही दे सकेगा।
         आज के दो वर्ष पूर्व इस स्थान से लगभग दस किमी उत्तर-पूर्व दिशा मे मनौरी और सैयदसरावाँ के बीच स्थित चिल्ला सहबाजी के एक तालाब की खोदाई मे भी एक विशाल पक्की दीवार मिली थी।ये सभी वस्तुयें कौशाम्बी की महती पुरातात्त्विक सम्पदा की सूचक हैं।

1 comment:

  1. चौथे पैराग्राफ की अन्तिम पंक्ति मे दो विशाल भवन रहे होंगे।यह पढ़ें।

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