Sunday, 6 March 2016

परशुराम जयन्ती

           परशुराम जयन्ती वैशाख शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाई जाती है।इसमे प्रदोष-व्यापिनी तिथि ली जाती है।
कथा --
-----      परशुराम जी भगवान विष्णु के आवेशावतार माने जाते हैं।इनके पिता का नाम महर्षि जमदग्नि और माता का नाम रेणुका था।इनका अवतार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को पुनर्वसु नक्षत्र मे रात्रि के प्रथम प्रहर मे हुआ था।उस समय छः ग्रह अपनी उच्च राशि मे और राहु मिथुन राशि मे था।इसीलिए इस तिथि को इनकी जयन्ती के रूप मे मनाया जाता है।
विधि ---
------      प्रातः स्नानादि करके संकल्प पूर्वक दिन भर मौन व्रत करे।सायंकाल पुनः स्नान कर भगवान परशुराम की विधिवत् पूजा करे।रात्रि मे राम-नाम का जप करते हुए जागरण करना चाहिए।
माहात्म्य --
----------     इससे भक्त को भगवत्कृपा की प्राप्ति होती है।

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